ऐपवा का आक्रोशपूर्ण राजभवन मार्च

प्रकाशनार्थ/प्रसारणार्थ
बलात्कार केे आरोपी राजद विधायक राजबल्लभ यादव की चार्जशीट तुंरत सौपने, स्पीडी ट्रायल चलाने एवं विधान सभा सदस्यता रद्द करने की मांग परIMG-20160421-WA0025विधानसभा गेट तक पहुँचा.

सचिवालय थाना में हुई गिरफ्तारी

पटना 21 अप्रील 2016

नाबालिग छात्रा के साथ बलात्कार के आरोपी राजद विधायक राजबल्लभ यादव की चार्जशीट तुरंत सांैपने, विधान सभा सदस्यता रद्द करने एवं स्पीडी ट्रायल चला कर सजा देने की मांग पर आज अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) द्वारा आयोजित राजभवन मार्च गर्दनीबाग से निकलकर विधानसभा के मुख्य गेट तक पहुंच गया. विधानसभा के मुख्य द्वार पर आंदोलनकारियों ने लंबे समय तक बलात्कारियों की सरंक्षक नीतीश कुमार के खिलाफ नारे लगाये. नारा लगाने के ही दरम्यान सभी महिला नेताओं की गिरफ्तारी हुई और उन्हें सचिवालय थाने में रखा गया.
प्रदर्शन का नेतृत्व ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव कामरेड मीना तिवारी , राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे, राज्य सचिव शशि यादव सहसचिव अनिता सिंहा, राज्य उपाध्यक्ष सावित्री देवी, पटना की सचिव दमयंती सिंहा, सहसचिव माधुरी गुप्ता, पटना नगर की अध्यक्ष मधु, सहसचिव अनुराधा सिंह, वीर पंचायत की मुखिया किरन देवी, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ की सचिव सोना देवी आदि ने किया।

जुलूस के बाद अयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की महासचिव कामरेड मीना तिवारी ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा एवं कानून के राज की ढोल पीटते नहीं थकती, लेकिन राजद विधायक राजबल्लभ यादव ने 6 फरवरी को नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और बड़े आन्दोलन के दबाव में सवा महीना बाद सरेण्डर किया। लेकिन अब प्रशासन जानबूझकर चार्जशीट सौंपने में बिलंब कर रहा है, ताकि तीन महीना बीत जाने पर आसानी से उन्हें जमानत मिल जाए।

आगे उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह टाल मटोल नीतीश कुमार के महिला सशक्तीकरण एवं बालिका प्रेम के नाटक की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। जहां पूर्ण शराबंदी करके नीतीश कुमार वाहवाही लूट रहे है, वहीं नाबालिग बच्चियों व महिलाओं पर बढ़ता हमला बिहार के जनादेश का घोर अपमान है। जब ऐसे बलात्कारी लोग विधान सभा में माननीय बने रहेंगे तो अपराधियों-बलात्कारियों का हौसला तो बुलंद होगा ही।

सभा को संबोधित करते ऐपवा राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे ने कहा कि महिलाओं-बच्चियों पर बढ़ रहे हमले के खिलाफ ऐपवा द्वारा पंचायत चुनाव में सक्रिय प्रचार अभियान चलाया जाएगा और विधानसभा चुनाव के जनादेश के साथ विश्वासघात करने वाली नीतीश सरकार को सबक सिखाने का आह्वान किया जाएगा.

राज्य सचिव शशि यादव ने कहा कि केवल राजद विधायक की ही बात नहीं है, बल्कि उनके गठबंधन के अन्य दलों कांग्रेस व जदयू के विधायकों पर भी महिला उत्पीड़न का आरोप है. जब सरकार के मंत्री-विधायक ही इस तरह के कारनामों को अंजाम दे रहे हों, तब कुछ भी कहना बेमानी है. उन्होंने कहा कि भोजपुर जिले में बड़हरा विधायक के बहन की सामंती ताकतों द्वारा पीट-पीट कर कर दी गयी हत्या की भी हम कड़ी भत्र्सना करते हैं. आज सरेआम राजनीतिक कार्यकत्ताओं की हत्या की जा रही है। इसीलिए आने वाले दिनों में महिला उत्पीड़न के सवाल पर हम अपने आंदोलन को और तेज करने का निश्चय करते हैं.

सभा की अध्यक्षता राज्य उपाध्यक्ष सावित्राी देवी एवं संचालन सहसचिव अनिता सिंहा ने किया।

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