लालू-नीतीश-रामविलास से लेकर जीतनराम मांझी ने दलित समुदाय को दिया धोखा

पटना 12 जून 2015

माले राज्य सचिव कुणाल ने दलितों की दुश्मन नंबर 1 भाजपा से जीतनराम मांझी के हाथ मिलाने की घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश-रामविलास की परंपरा में अब जीतनराम मांझी, बिहार के दलित समुदाय के मान-सम्मान, न्याय और उनके बुनियादी अधिकारों से विश्वासघात कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि भाजपा बिहार के गरीबों-दलितों की दुश्मन नंबर 1 पार्टी है, उसने गरीबों के जनसंहार रचाने वाली सामंती ताकतों को संरक्षण दिया. अमीरदास आयोग की रिपोर्ट में यह मामला खुलकर सामने आ गया था कि रणवीर सेना को भाजपा का संरक्षण हासिल रहा है. बावजूद, आज जीतनराम मांझी आज उसी भाजपा से हाथ मिला रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक न्याय का नारा देने वाले लालू प्रसाद के शासनकाल में बिहार में जहां भाजपा विपक्ष की एक मजबूत ताकत के उभरी, वहीं आंदोलनकारी ताकतों को कमजोर किया गया. नीतीश कुमार ने तो 17 वर्षों तक भाजपा से गलबहियां ही कर रखी थीं और भाजपा को बिहार में फलने-फूलने का भरपूर अवसर दिया. भाजपा के दबाव में गरीबों के जनसंहार रचाने वाली सामंती-अपराधियों को नीतीश कुमार ने एक-एक कर बरी कराया और गरीबों-दलितों के न्याय का संहार किया. रामविलास पासवान भी आज भाजपा की गोद में बैठे हुए हैं.

बिहार के गरीब-दलित निश्चित रूप से इन नेताओं को सबक सिखायेंगे और विश्वासघात की इस राजनीति के बरक्स अपने मान-सम्मान, न्याय व जमीन-मजदूरी आदि संवालों पर भाकपा-माले के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन को और मजबूत बनायेंगे.

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