भ्रष्टाचार मिटाओ भारत बचाओ

CombatCorruptionभ्रष्टाचार मिटाओ भारत बचाओ

भूमिका


एक बार फिर भ्रष्टाचार भारतीय़ जनता का सबसे बड़ा नासूर बनकर उभरा है. कोई हफ्ता एैसा नहीं बीता जब देश के किसी न किसी हिस्से में कौई न कोई घोटाला उजागर न हुआ हो. वैसे तो किसी भी सरकार का कोई भी विभाग घोटालों से अछूता नहीं है, लेकिन अब इनकी लपेट में सेना के सर्वोच्च अधिकारी, उच्चतम न्यायालय के माननीय न्यायाधीश और प्रमुख वैज्ञानिक शोध संस्थानों के उच्चाधिकारी भी आ गये है. इन घोटालों में हुई धन की लूट का ठीक-ठीक अनुमान लगाना तो मुशिकल है, लेकिन इन सभी घोटालों में इमानदारी और न्याय की बुनियादी अवधारणा को ताख पर हखकर निजी फायदे के लिए जनता के खजाने को लूटा गया है. इतने बड़े पैमाने पर हर जगह लगातार हो रहे घोटालों को देखकर यह आसानी से कहा जा सकता है कि आज भ्रष्टाचार कोई अपवाद नहीं रह गया है, बल्कि कॉरपोरेट युग में शासन की पहचान बन गया है.


विडंबना यह है कि भारत में जैसे-जैसे घोटाले बढ़ते गए, विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जाने वाली जांचों के मामले भी बढ़ते गए. फिर भी इस व्यवस्था के द्वारा एक भी दोषी को दंडित होते देखना भारत को नसीब नहीं हुआ. एेसे मामले जिनमें जांच के नतीजे कुछ नहीं निकले आर दोषी छूट गये उनकी सूची अनंत है. भ्रष्टाचारियों, खासकर ऊंचे पदों पर बैठे भ्रष्ट आधिकारियों, को हासिल इस छूट की एक मुख्य वजह यह है कि देश में मौजूदा भ्रष्टाचार विरोधी तंत्त नख-दंत विहीन है.


इसीलिए भ्रष्टाचार के विहुद्ध किसी भी सार्थक और सुसंगत आभियान को दोतरफा लड़ाई लड़नी होगी. एक तरफ तो उसे नीतियों और राजनीतिक माहौल को चुनौती देनी होगी जेसमें भ्रष्टाचार फलता-फूलता है. दूसरी तरफ उसे प्रभावी भ्रष्टाचार विरेाधी तंत्त के लिए लड़ता होगा ताकि भ्रष्ट लौगों को दंड मिल सके. पुरे देश को जकड़े हुए भ्रष्टाचार के मकड़जाल से कैसे छुटकारा पाया जाए? यह एेसा सवाल है जिससे प्रत्येक भारतीय नागरिक बेचैन है, और इसी बेचैनी ने उसे जबर्दस्त भ्रष्टाचार-विरोधी आंदोलन के लिए उत्प्रेरित किया है. आज इस आंदोलन के समक्ष अहम सवाल यह है कि इसके भविष्य कि दिशा और लक्ष्य क्या होने चाहिए? जनता का आंदोलन कैसे भ्रष्टाचार की जनक नीतियों के खिलाफ हमला तेज करेगा और जन लोकपाल बिल के मुद्दे पर मिली शुरुआती जीत को किस तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मुकम्मल जीत में तब्दील करेगा?


यह पुस्तिका एेसे ही कुछ सवालों और सरोकारों को संबोधित है. हमें आशा है कि भ्रष्टाचार से मुक्त भारत के लिए संघर्ष तेज करने हेतु यह आपको प्रेरित करेगी.

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