सामाजिक परिवर्तन यात्रा आरंभ

प्रकाशनार्थ-प्रसारणार्थ.

माले की राज्यव्यापी सामाजिक परिवर्तन यात्रा आरंभ. पटना में भगत सिंह चौक से निकली यात्रा.

मौके पर पोलित ब्यूरो सदस्य अमर ने कहा – नरेन्द्र मोदी जनता के नहीं अंबानी-अडानी के सेवक हैं.

सिवान, भोजपुर, जहानाबाद, दरभगा, रोहतास, अरवल आदि जगहों पर भी निकली है यात्रा.
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पटना 4 सितंबर 2016

बढ़ते सामाजिक उत्पीड़न व सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ भाकपा-माले की ‘‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’’ आज से आरंभ हो गयी है. राजधानी पटना सहित सिवान, भोजपुर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, दरभंगा, गया आदि कई जिलों में यात्रा निकली है. यह यात्रा 15 सितंबर तक चलेगी, इस दरम्यान माले नेता देश में दलितों-अल्पसंख्यकों-महिलाओं और मजदूर-किसानों पर बढ़ते सामाजिक उत्पीड़न व सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ जनता को गोलबंद करने का काम करेंगे. 19 सितंबर को सासाराम में ‘‘सामाजिक परिवर्तन सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया है, जिसमे भाकपा माले महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य और गुजरात दलित आंदोलन के नेता भाग लेंगे.

पटना में भगत सिंह चौक से यात्रा निकली. जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राज्य सचिव गोपाल रविदास, किसान नेता कृपानारायण सिंह, युवा नेता साधु शरण दास आदि कर रहे हैं. परिवर्तन यात्रा को झंडा दिखाकर पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड अमर ने रवाना किया. इस मौके पर पार्टी की राज्य कमिटी के सदस्य कॉ. अभ्युदय, कॉ. उमेश सिंह, कॉ. नवीन कुमार, इनौस नेता मनीष कुमार सिंह, गुरूदेव दास सहित कई नेता उपस्थित थे.
मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कॉ. अमर ने कहा कि आज एक तरफ जहां केंद्र की सत्ता हथियाने के बाद मोदी सरकार और संघ परिवार ने देश के संविधान, लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता पर हमला बोल दिया है, वहीं दूसरी ओर वह देश बेचने में लगी है. उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि नरेन्द्र मोदी अंबानी के ब्रांड एबेंसडर बन गये हैं और सरकारी उपक्रमों की जगह जियो सिम का प्रचार कर रहे हैं. देश की जनता भूख से त्रस्त है, महंगाई की मार झेल रही है, उसे भोजन चाहिए. लेकिन मोदी सरकार निजी कंपनियों की पैरवी कर रही हैं. नरेन्द्र मोदी जनता के नहीं अंबानी-अडानी जैसे पूंजीपतियों के सेवक बन गये हैं.

अभ्युदय ने कहा कि अकलियतों पर लगातार बढ़ते हमले के बाद दलितों पर बर्बर हमले किए जा रहे हैं। मनुस्मृति के दकियानूसी विचारों को थोपने और हिंदू राष्ट्र बनाने का उन्मादी खेल खेला जा रहा है। ‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर साम्राज्यवादियों-विदेशी कंपनियों को लूट की खुली छूट दे दी गई है। कारपोरेटपरस्ती, बढ़ती महंगाई, बढ़ते सामाजिक उत्पीड़न, साम्प्रदायिक हमले व धर्मिक उन्माद के जरिए देश में नई किस्म की गुलामी थोपने की फासीवादी कोशिशें जारी हैं। इस हमले के खिलाफ आज देश की व्यापक जनता और लोकतांत्रिक समाज उठ खड़ा हुआ है। संघियों को बार-बार कदम पीछे हटाने को मजबूर होना पड़ रहा है।

कॉ. गोपाल रविदास ने कहा कि भाजपा विरोध के नाम पर बिहार की सत्ता में आई नीतीश-लालू की सरकार के शासन में भी सामंती-साम्प्रदायिक ताकतों के मनोबल में कोई कमी नहीं आई है। दलित-गरीबों को खेतों, कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों से बेदखल किया जा रहा है। प्रतिरोध की आवाज और संघर्ष को लाठियों से दबाया जा रहा है। लगता है, बिहार की सरकार भाजपा के ही नक्शे कदम पर बढ़ रही है। इन ताकतों के नेतृत्व में बढ़ते उत्पात व उन्माद के खिलाफ हमारी पार्टी ने सामाजिक परिवर्तन यात्रा निकाल रही है.

अन्य जिलों में भी निकली है सामाजिक परिवर्तन यात्रा

भोजपुर में तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद ने परिवर्तन यात्रा को झंडा दिखाकर विदा किया. इस टीम में इनौस के राज्य अध्यक्ष मनोज मंजिल, राजू यादव, अजीत कुशवाहा आदि छात्र-युवा शामिल हैं. मौके पर पार्टी जिला सचिव जवाहर लाल सिंह, दिलराज प्रीतम, जितेन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे. जहानाबाद में पार्टी की केंद्रीय कमिटी सदस्य रामजतन शर्मा, राज्य कमिटी सदस्य व र्चिर्चत किसान नेता रामाधार सिंह ने सामाजिक परिवर्तन यात्रा के दौरान कई जगहों पर सभा को संबोधित किया. अरवल, सिवान, रोहतास, दरभंगा आदि जगहों पर भी यात्रा निकली हुई है.

कुमार परवेज, कार्यालय सचिव, भाकपा-माले

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