मई दिवस पर ’ऐक्टू’ की ओर से बुद्ध पार्क हल्द्वानी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए ’ऐक्टू’ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजा बहुगुणा ने कहा कि मई दिवस पूरी दुनिया में कामगारों की एकजुटता जाहिर करने का दिन है। यह याद दिलाता है कि आठ घण्टे काम निर्धारित करने से लेकर तमाम अधिकार कामगारों ने संघर्ष के बूते ही हासिल किये हैं। उन्होंने कहा कि, आज जब केंद्र सरकार श्रम-सुधारों के नाम पर श्रमिक अधिकारों में ही कटौती करने पर आमादा है तब मई दिवस का संघर्ष हमारे लिए प्रेरणास्रोत है।
राज बहुगुणा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के दो सालों में बेरोजगारी में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। महंगाई चरम पर है और मेहनतकश वर्ग त्रस्त है। अच्छे दिन का वायदा कर आयी सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए हैदराबाद से लेकर जे.एन.यू. तक छात्रों को निशाना बना रही है। पर छात्रों ने जबरदस्त प्रतिरोध आंदोलन खड़ा कर सरकार को करारा जवाब दिया है। मजदूर-छात्र-किसानों के आंदोलन आशा जगाते हैं कि बेहतर भारत बनाने की लड़ाई और तेज होगी।
उन्होंने उत्तराखण्ड के जंगलों में आग के विकराल रूप को आपदा करार देते हुए कहा कि – आग की वजह गर्मी हो सकती है परन्तु जिस कदर आग फैली है उसके लिए सरकारी मशीनरी जिम्मेदार है। हर वर्ष ऐसी घटनाएं होती हैं परन्तु सवाल यह है कि तात्कालिक तत्परता दिखाने के नाटक के सिवा कोई मुकम्मल नीति क्यों नहीं बन पाती है।
भाकपा (माले) के जिला सचिव कैलाश पाण्डेय ने कहा कि जनता के दुःख दर्द के प्रति इस कदर बेपरवाह और निर्मम सरकार अब तक नहीं देखी गयी थी। देश के अधिकांश हिस्से सूखे और अकाल से तड़प रहे हैं, कर्ज और असुरक्षा से कराहते किसान रोज आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन निर्ल्लज मोदी सरकार सिर्फ हवाई घोषणा कर अ[पनी पीठ थपथपाने में नशगूल है और दूसरी ओर देश के श्रेष्ठतम शैक्षिक संस्थानों के छात्रों पर जातिवादी और राष्ट्रविरोधी ठप्पा जड़कर सुनियोजित तरीके से उनका दमन कर रर्ही है।
सभा को बैंक यूनियन के नेता के एन शर्मा, आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, मिण्डा कम्पनी के सुन्दर सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डुंगर सिंह, राजू नगरकोटी, राजेश सम्बल, पुष्कर तिवारी, राजेश मेहता, गौतम आर्या, प्रकाश पाठक, भगवान सिंह, भानु प्रताप, विनोद गोस्वामी, हरीश भट्ट, भुवन जोशी, देवेन्द्र सिंह, महिमन सिंह, बी एस एन एल यूनियन के ललितेश प्रसाद, उर्बादत्त मिश्रा, जगदीश प्रसाद, पंकज दुर्गापाल, शंकर लाल, चन्द्रबल्लभ, ललित मटियाली, कमल जोशी, विपिन शुक्ला, अरुण आदि मौजूद थे।
उधर श्रीनगर गढ़वाल में मई दिवस के अवसर पर रोडवेज बस अड्डे से एक रैली निकाली गयी। रैली से पूर्व सभा में मई दिवस के अवसर पर शहीद साथियों की कुर्बानी को याद करते हुए बेहतर भारत के निर्माण के लिए मजदूरों-किसानों-छात्रों के आंदोलनों को और धारदार और तीखा बनाने की आवश्यक्ता पर बल दिया। सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) के गढ़वाल सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने कहा कि इस दौर में छात्रों और युवाओं के आन्दोलन एक नयी उम्मीद जगाते हैं।
सभा को बीएसएनएल यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष पी बी डोबाल, यूपीसीएल यूनियन के सचिव श्री उनियाल, बीएसएनएल यूनियन के सचिव विक्रम नयाल, कॉपरेटिब बैंक के पूर्व प्रबंधक जगदम्बा रतूड़ी, डीएसओ के संस्थापक मुकेश सेमवाल आदि ने सम्बोधित किया। सभा का संचालन भाकपा (माले) की राज्य कमेटी सदस्य के पी चन्दोला ने किया।