लालकुआं 16 मई 2016
अखिल भारतीय किसान महासभा की ‘‘किसान संघर्ष यात्रा‘‘ की आज यहाँ लालकुआं से शुरूआत हुई। किसान महासभा के कार्यकर्ताओं-समर्थकों द्वारा झंडों व संघर्ष वाहन के साथ पूरे लालकुआं बाजार में यात्रा निकाली गयी।
जुलूस से पूर्व हुई सभा को सम्बोधित करते हुए किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पुरूषोत्तम शर्मा ने कहा कि , ‘राज्य में आने वाजी सभी सरकारों ने लालकुआं विधानसभा क्षेत्र की जनता और किसानों के साथ धोखा ही किया है। इसके लिये कांग्रेस और भाजपा बराबर की जिम्मेदार हैं। विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने की होड़ में कांग्रेस-भाजपा दोनों ने ही विधायकों की करोड़ों की बोल लगाई, पर सूखाग्रस्त किसानों को मुआवजा देने, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान और विकास के लिए बजट का रोना केन्द्र और राज्य दोनों रो रहे हैं।‘ उन्होंने कहा, ‘किसान संघर्ष यात्रा क्षेत्र के किसानों और अन्य नागरिकों के मूलभूत सवालों को उठाने और उनके समाधान के लिये जनांदोलन की जमीन तैयार करने का कार्य करेगी।‘
किसान महासभा के जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, ‘किसान-मजदूर विरोधी सरकारों को सबक सिखाने का वक्त आ गया है। बुनियादी सवालों से ध्यान बंटाने का कांग्रेस-भाजपा का आपस में आरोप-प्रत्यारोप का जो नाटक चल रहा है उसे जनता भली-भांति समझती है और आगामी विधानसभा चुनाव में इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।‘
उन्होंने कहा कि, ‘लालकुआं के जमीन के मालिकाने का सवाल हो या रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर निर्माण का सवाल या बिन्दुखत्ता नगरपालिका वापस लेकर राजस्व गांव का प्रश्न, भाबर के जलसंकट का सवाल हो या फसलों के नष्ट होने पर मुआवजे का सवाल या फिर खत्तों-वनगुर्जरों की समस्या सभी पर कांग्रेस-भाजपा ने जनविरोधी पक्ष अख्तियार कर लिया है अतः एक बड़ा किसान आंदोलन हो इसका जवाब है इसी के लिये यह संघर्ष यात्रा चलाई जा रही है।
भाकपा(माले) के जिला सचिव कैलाश पाण्डेय ने ‘‘किसान संघर्ष यात्रा‘‘ को झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि, ‘‘लालकुआं विधानसभा में कांग्रेस-भाजपा के खिलाफ नये राजनीतिक विकल्प की जरूरत है जो कि जनता की लड़ाई में हरदम साथ खड़ी ताकतें ही दे सकती हैं। विधानसभा में लालकुआं की जनता की आवाज पहुंचाने के लिये क्षेत्र की जनता को संघर्षशील विकल्प के बारे में गंभीरता से सोचना होगा।‘‘
संघर्ष यात्रा की शरूआत के इस मौके पर किसान नेता भुवन जोशी, गोविंद जीना, बिशन दत्त जोशी, विमला रौथाण, नैन सिंह कोरंगा, लक्ष्मण सुयाल, पुष्कर दुबड़िया, बसंती बिष्ट, चन्द्रा देवी, नीमा देवी, मीना मेहता, रतन सिंह , मदन सिंह धामी, किशन बघरी, विपिन बोरा, विनोद कुमार, पंकज इंकलाबी, हरीश भंडारी, ज्ञानचंद, देव बिष्ट, शंकर जोशी, नारायण गोस्वामी, स्वरूप दानू, बीना मेहता , बसंती मेहता, जीवंती देवी, काशीराम जोशी, पान सिंह कोरंगा, पुष्कर पांडा, ललित मटियाली समेत कई लोग मौजूद थे।