“किसान संघर्ष यात्रा” आज छटे दिन भी जारी – किसान विरोधी कांग्रेस एवं भाजपा को सबक सिखाने की अपील

लालकुआं, २२ मई.

अखिल भारतीय किसान महासभा की ‘किसान संघर्ष यात्रा’ आज छटे दिन भी जारी रही. जगह-जगह किसानों से संवाद करते हुए किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा ने किसान विरोधी कांग्रेस एवं भाजपा को सबक सिखाने की अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य के श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल ने बिन्दुखत्ता को नगर पालिका बनाकर बिन्दुखत्ता के किसानों के साथ धोखा किया, वहीं अब श्रम मंत्री ने लेबर इन्स्पेक्टर द्वारा उद्योगों के औचक निरीक्षण पर रोक लगा कर राज्य के मजदूरों की पीठ में भी छुरा घोंपा है. उन्होंने कहा कि भाबर समेत हल्द्वानी और बिन्दुखत्ता की पेयजल व सिंचाई के लिए जमरानी बाँध की लड़ाई को किसान महासभा द्वारा तेज किया जाएगा. कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि भाबर में प्रदूषण फैला रहे स्टोन क्रशरों को उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी सरकार स्थानांतरित नहीं कर रही है. रावत सरकार क्रशर लाबी के आगे नतमस्तक है.

किसान महासभा के जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने 25 मई को बुद्ध पार्क हल्द्वानी में आयोजित किसान महा धरना में किसानों से पहुँचने की अपील की. उन्होंने कहा कि रावत सरकार ने किसानों के शांतिपूर्णॅ आन्दोलन का दमन और फर्जी मुकदमे लाद कर अपने किसान विरोधी चरित्र को उजागर कर दिया है. संघर्ष यात्रा में किसानों को किसान महासभा राज्य कार्यकारिणी की सदस्य विमला रौथान, बिन्दुखत्ता सचिव पुष्कर दुबड़िया, लक्षमण सुयाल, गोविन्द बल्लभ नैनवाल, हरीश भंडारी ने भी सम्बोधित किया.

किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा और जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी के नेतृत्व में 16 मई से चल रही इस किसान संघर्ष यात्रा में किसानों से व्यापक जन संपर्क और संवाद कायम किया जा रहा है. आज किसान संघर्ष यात्रा संजय नगर से गौला गेट, कार रोड, इन्द्रा नगर 1 एवं 2, देवरामपुर,खैरानी, हाडा ग्राम, विकासपुरी, गब्दा, ट्राली लाइन, हाथी खाल और सेंचुरी गेट तक निलाली गयी। किसान संघर्ष यात्रा में उत्तराखंड में कांग्रेस-भाजपा के नेतृत्व में चल रही किसान विरोधी नीतियों, प्राकृतिक संसाधनों की लूट और माफिया राज के खिलाफ किसानों  और आम जनता को जागरुक किया जा रहा है. साथ ही बिन्दुखत्ता से नगर पालिका हटाने, आन्दोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लेने, भाबर क्षेत्र से स्टोन क्रशरों को हटाकर अलग क्रशर जोन बनाने, जमरानी बाँध का निर्माण, वन गुर्ज्जर सहित तराई भाबर के सभी खत्तों का एकीकरण और पुनर्वास, किसानों की कर्ज माफी, सूखे से राहत और गन्ने का बकाया भुगतान सहित तमान ज्वलंत मुद्दों को उठाया जा रहा है.

कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने सभी न्याय पसंद लोगों और क्षेत्र के किसानों से किसान संघर्ष यात्रा को सफल बनाने की अपील की है.

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