बिंदुखत्ता, 24 जुलाई 2016
अखिल भारतीय किसान महासभा ने बिन्दुखत्ता से नगर पालिका हटाने, आन्दोलनकारियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और गौला किनारे पक्का तटबंध बनाने की मांग पर 9 अगस्त को लालकुआं में प्रतिरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है. उक्त फैसला आज यहाँ कार रोड स्थित कार्यालय में हुई किसान महासभा की कार्यकर्ता बैठक में लिया गया है. बैठक में किसान महासभा ने मोदी राज में गुजरात सहित देश भर में दलितों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए विरोध स्वरूप मोदी सरकार का पुतला जलाने की भी घोषणा की. साथ ही कल हल्द्वानी में आन्दोलनकारी आशा कार्यकर्तियों पर लादे गए मुकदमे को राजनीतिक बदले से प्रेरित बताते हुए तत्काल मुकदमा वापस लेने की भी मांग की है.
बैठक को संबोधित करते हुए अभाकिम के प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा ने हरीश रावत सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बिन्दुखत्ता की जनता नगर पालिका के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण आन्दोलन कर रही है. पर राज्य के श्रम मंत्री हरीश दुर्गापान ने राजनीतिक बदले की कार्यवाही के तहत बिन्दुखत्ता के 80 साल से ऊपर उम्र के कामरेड केदारी राम, छविराम, पानसिंह, 70 साल से ऊपर की बसंती बिष्ट और एक गुर्दा दान की हुई विमला रौथाण जैसे कई लोगों पर भी संगीन धाराओं में मुकदमा दायर करवा दिया है. उन्होंने कहा कि श्रम मंत्री अपनी हार को देखकर बौखला गए हैं और पुलिस तथा अपराधी ताकतों के बल पर अपने राजनीतिक विरोधियों को कुचलने का षडयंत्र कर कहे हैं. कामरेड शर्मा ने कहा कि आन्दोलन के दौरान बिन्दुखत्ता के किसानों पर दर्ज मुकदमों की पैरवी किसान महासभा करेगी.
कामरेड शर्मा ने बिन्दुखत्ता में भाजपा नेता नवीन दुमका की पदयात्रा को नौटंकी करार दिया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अगर भाजपा ईमानदार होती तो राष्ट्रपति शासन के समय बिन्दुखत्ता नगर पालिका और बिन्दुखत्ता वासियों पर लगे मुकदमे वापस कराती. कामरेड शर्मा ने कहा कि 27 विधायकों वाली भाजपा ने आज तक सदन में बिन्दुखत्ता नगर पालिका का विरोध नहीं किया और न ही कभी विधानसभा में राजस्व गाँव का मुद्दा उठाया है जबकि राज्य में दो बार भाजपा सरकार रह चुकी है. उन्होने कहा कि इस बार 2017 में जनता दमनकारी कांग्रेस और धोखेबाज भाजपा को सबक सिखाने का मन बना चुकी है.
बैठक को भाकपा (माले) के जिला सचिव कामरेड कैलाश पाण्डेय ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि रावत सरकार मजदूर किसानों के दमन पर उतर आई है. इस सरकार के खिलाफ किसानों मजदूरों की व्यापक गोलबंदी 2017 में इस सरकार को उखाड़ कर ही दम लेगी. उन्होंने इस बार जन आन्दोलनों की अगुवा ताकत भाकपा (माले) को विधानसभा में भेजकर जन विरोधी कांग्रेस-भाजपा को सबक सिखाने की अपील की. बैठक की अध्यक्षता कर रहे किसान महासभा के जिलाध्यक्ष कामरेड बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि यह सरकार मुकदमे लादकर यहाँ के किसानों को डराना चाहती है. पर शायद श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल बिन्दुखत्ता की संघर्षशील जनता के इतिहास को भूल चुके हैं. उन्होंने 9 अगस्त के प्रतिरोध मार्च के लिए गाँव गाँव तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया.
बैठक में किसान महासभा की बिन्दुखत्ता इकाई की अध्यक्ष बसंती बिष्ट, राज्य कार्यकारिणी सदस्य विमला रौथान, जिला सचिव राजेन्द्र शाह, वरिष्ठ नेता भुवन जोशी, ललित मटियाली, लक्षमण सुयाल, शंकर चुफाल, कमलापति जोशी, छविराम, चंद्रादेवी, गोविन्द जीना, पुष्कर दुबड़िया, गोपाल गाडिया, नैनसिंह कोरंगा, बिशनदत्त जोशी, मीना मेहता, दौलत सिंह कार्की, बहादुर राम, पुष्कर पांडा, हरीश भंडारी, खीम सिंह, ज्ञान चन्द्र, कमल जोशी, भाष्कर कापड़ी, पनीराम सहित भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. कार्यकर्ताओं ने एक स्वर से 9 अगस्त के प्रतिरोध मार्च को सफल बनाने के लिए अभी से जुट जाने का संकल्प लिया.