बिंदुखत्ता (नैनीताल)।
धर्म को राजनीति में मिलाने का परिणाम ही पेशावर में तालिबानी हमला है, हमारे देश में भी लव जेहाद के नाम पर भाजपा जो साम्प्रदायिक माहौल बना रही है वह देश के लिए खतरनाक संकेत है। यह बात भाकपा माले के पूर्व महासचिव कॉमरेड विनोद मिश्र के स्मृति दिवस पर गुरुवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कही। बैठक की शुरूआत तालिबान द्वारा मारे गये निर्दोष बच्चों को श्रृद्धांजलि से हुई। बैठक में जिला सचिव कैलाश पाण्डे ने कहा पेशावर में निर्दोष बच्चों की नृशंस हत्या दुःखद है, वहीं इस घटना से सबक लेने की जरूरत है कि धर्म को राजनीति में मिलाने का अंजाम क्या होता है। पाण्डे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार साम्प्रदायिक ताकतों को मजबूत करने का काम कर रही है। मेहनतकश कामगारों के लिए संकट का समय आ गया है, इसलिये क्रांतिकारी ताकतों को आपसी मतभेद त्याग कर देश हित में जोरदार क्रांतिकारी आंदोलन खड़ा करना होगा वरना इस देश को साम्प्रदायिक ताकतों से बचाया नहीं जा सकता। कॉमरेड बहादुर सिंह जंगी ने कहा कॉमरेड विनोद मिश्र ने जिस क्रांतिकारी आंदोलन की शुरूआत की उसे आज अंजाम तक पहुंचाने का पुनः संकल्प लेते हैं। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने पार्टी का विस्तार व मजबूती का संकल्प लिया। इसके अलावा सरकार को एक मांगपत्र दिया गया जिसमें किसान हित में भूसे का रेट फिक्स कर समितियों के माध्यम से उत्पादक को दिया जाए, खाद का संकट अविलम्ब हल हो, कालाबाजारी पर रोक लगे, क्षेत्र में अनुदान युक्त यूरिया दी जाए, प्रदूषण पर रोक लगे आदि मांगे की गयीं। बैठक में माले के गोविंद जीना, ललित मटियाली, पुष्कर दुबड़िया, विमला पाल, पार्वती जंगी, मुबारक शाह, पान सिंह कोरंगा, दौलत सिंह कार्की, राजेंद्र शाह, गेंदल सिंह, मैकूलाल, रामरतन शर्मा, गोविंद कोरंगा, नारायण सिंह, ललित जोशी, देवेंद्र नेगी, प्रेम राम टम्टा, ज्ञान चंद, बिशन दत्त जोशी, एस डी जोशी, देव सिंह मुख्य थे।
पिथौरागढ़।
भाकपा माले ने आज यहां एक कार्यक्रम आयोजित कर पार्टी के पूर्व महासचिव कॉमरेड विनोद मिश्र को आज उनकी शहादत दिवस पर याद किया। इस अवसर पर उनके कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए जन-हित में पूरी ताकत से काम करने का संकल्प लिया गया।
वक्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार के पिछ्ले छः माह के कार्यकाल को पूरी तरह से निराशाजनक बताते हुए कहा यह सरकार यूपीए के कार्यों को आगे बढ़ा रही है। मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर जनता को गुमराह करने के आरोप भी लगाये गये। वक्ताओं ने कहा जनता ने कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार से तंग आकर भाजपा को सत्ता सौंपी थी। इसके बावजूद केंद्र में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने जिस तरह से काम किया है, उससे जनता बेहद निराश है। अच्छे दिनों का सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आने वाली इस सरकार ने इस देश के आम आदमी के हितों पर तलवार चलाने का काम किया है। सरकारी क्षेत्रों में रोजगार की सम्भावनाओं को समाप्त करने का काम किया जा रहा है। भाजपा की इस सरकार ने महंगाई कम करने का वादा किया था, जिसे वह पूरा नहीं कर सकी। सरकार निजी क्षेत्र की कम्पनियों पर मेहरबानी कर रही है। सरकार पूरी तरह से पूंजीपतियों के हाथ में है, और देश के आम जन के खिलाफ काम कर रही है। माले वरिष्ठ नेता गोविंद कफलिया ने कहा केंद्र सरकार अपनी असफलताओं पर पर्दा डालने के लिए लव-जेहाद व दूसरे साम्प्रदायिकता से जुड़े मुद्दों को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा सामाजिक समानता व सौहार्द जैसे विषयों पर संकल्प लेकर राजनीतिक तौर पर काम के लिए आगे बढ़ने की जरूरत है। कार्यक्रम में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष हेमंत खाती, विमल दीप फिलिप, स्थानीय कॉलेज के छात्र संघ महासचिव राकेश धामी, छात्र नेता चंचल बोहरा, पारस कार्की, सचिन भट्ट, हीरा सिंह मेहता, आंगनबाड़ी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष दीपा पाण्डेय, मनीषा बड़ाल, विमला धामी सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।