भाकपा (माले) ने बिंदुखत्ता को नगर पालिका बनाने की घोषणा का कड़ा विरोध किया

बिंदुखत्ता, 20 दिसम्बर 2014.

भाकपा(माले) के किसान नेताओं की एक संक्षिप्त बैठक को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार बिंदुखत्ता को भू-माफियाओं का अड्डा बनाने पर तुली है। बड़े भू-माफियाओं के दबाव के चलते ही जल्दबाजी में सरकार द्वारा बिन्दुखत्ता को नगर पालिका बनाने की घोषणा बिंदुखत्ता की जनता की आकांक्षाओं पर कुठराघात है। यहां की जनता ने वर्षों से राजस्व गांव की लड़ाई लड़ी है लेकिन मुख्यमंत्री हरीश रावत और स्थानीय विधायक व काबीना मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल गिने चुने कांग्रेसी और भू मफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए बिंन्दुखत्ता को नगर पालिका बनाने में लगे हैं।

भाकपा (माले) नेता भुवन जोशी ने कहा कि यदि नगरपालिका बनता है तो यहां की गरीब जनता आर्थिक समस्याओं से घिर जायेगी। तमाम छोटे-मोटे व्यवसायों में जनता को भारी-भरकम टैक्स चुकाना होगा और 1 बीघा जमीन पर मलिकाना हक पाने के लिए सरकार तकरीबन 8 लाख रूपये वसूलेगी। ऐसे में तमाम गरीब जनता अपनी जमीन से ही हाथ धो बैठेगी। मुख्यमंत्री की घोषणा जनविरोधी है। उत्तराखण्ड में पहले ही रावत सरकार ने जमीन के सर्किल रेटों में भारी वृद्धि कर प्रदेश की जनता को समस्याओं में डाला हुआ है।

बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि बिन्दुखत्ता को नगरपालिका बनाने के खिलाफ भाकपा (माले) सड़कों पर उतरेगी। बैठक में कैलाश पाण्डेय , गोविन्द जीना, पुष्कर दुबडि़या, आनन्द सिजवाली, राजेन्द्र शाह, बिशनदत्त जोशी, हरीश भण्डारी, ललित मटियाली आदि उपस्थित थे।

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