पटना, 17 मई 2016
भाकपा माले के पटना जिला सचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य कॉ. अमर ने बयान जारी कर कहा है कि पिछले कई दिनों से कॉलेज प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ पटना आर्ट्स कॉलेज के छात्र भूख हड़ताल पर हैं, लेकिन आंदोलनकारी छात्रों के प्रति विश्वविद्यालय अव्वल दर्जे की संवेदनहीनता अपना रहा है. विश्वविद्यालय के इस रूख की हम कड़ी भर्त्सना करते हैं.
उन्होंने कहा कि 6 दिनों से छात्रों के भूख हड़ताल पर बैठे रहने के बावजूद राज्य सरकार ने भी अपनी ओर से कोई पहल नहीं ली, यह बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि भाकपा माले की मांग है कि आंदोलनकारी छात्रों की सभी मांगों को अविलंब पूरा करते हुए सभी छात्रों का निलंबन वापस लिया जाए और इस मामले में राजभवन को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए. बेहद गर्मी की वजह से अनशनकारियों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि वि.वि. में जब भी छात्र अपनी बुनियादी मांगों को लेकर विवि प्रशासन के समक्ष आंदोलन करते हैं, तो उनकी मांगों को सुनने की बजाय छात्रों पर ही विवि प्रशासन द्वारा कारवाई कर दी जाती है. हाल ही में पटना आर्ट्स कॉलेज में छात्रों को निलंबित किया गया. जिसके खिलाफ पिछले 6 दिनों से छात्र अनशन पर बैठे हैं. वहीं आइसा के राज्य उपाध्यक्ष तारिक अनवर सहित कई छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने आतंकवादी होने का हास्यास्पद आरोप लगाया है.
उन्होंने यह भी कहा कि इस आंदोलन के साथ हमारी पार्टी पूरी तरह एकजुटता जाहिर करती है. अनशनकारियों से मिलने आज पार्टी की राज्य कमिटी की सदस्य व आइसा के पूर्व महासचिव कॉ. अभ्युदय अनशनस्थल पर पहुंचे. वहां उन्होंने अनशनकारियों को संबोधित किया और उनके साथ पार्टी की एकजुटता जाहिर की.