महागठबंधन के बड़े दल होने के नाते बीजेपी की ओर नीतीश को जाने से रोकने की जवाबदेही लालू प्रसाद की.
पटना 26 जुलाई 2017
भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद कहा है कि महागठबंधन की राजनीतिक एकता नोटबन्दी अथवा राष्ट्रपति चुनाव आदि मामलों में पहले से ही कमजोर दिख रही थी. इन मामलों में नीतीश कुमार ने BJP का साथ दिया. उनमें शुरू से ही भाजपा की ओर भागने की प्रवृत्ति रही है.
उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार भाजपा से फिर गलबहियां करते हैं, तो यह बिहार विधानसभा चुनाव 2015 से घोर विश्वासघात होगा. नीतीश कुमार को यह याद रखना चाहिए कि बिहार की जनता ने भाजपा की जहीरले सांप्रदायिक व विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ उन्हें वोट दिया था.
यह भी कहा कि महागठबंधन का बड़ा दल होने के नाते यह राजद की जिम्मेवारी बनती है कि वह नीतीश कुमार को बीजेपी की तरफ से जाने रोकें और चुनाव में बिहार की जनता से किए गए वादों को पूरा करे.
-कुमार परवेज
कार्यालय सचिव, भाकपा-माले, बिहार