पटना 3 मार्च 2016
माले राज्य सचिव कुणाल ने चुनाव बाद माले नेताओं के उपर हमले व उनकी हत्या की लगातार बढ़ती घटनाओं के लिए नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार सुशासन का दावा करती है, लेकिन उलटे बिहार में अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुयी है. सरकार को अपराध बढ़ाने और राजनीतिक विरोधियों की हत्या करवाने के लिए जनादेश नहीं मिला है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सिवान में 2 मार्च को माले नेता काॅ. संजय चैरसिया की गला रेतकर हत्या कर दी गयी. घटना की जांच करने गए माले जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी ने बताया कि रघुनाथपुर प्रखंड के गबिरार पंचायत के रहने वाले अतिपिछड़ी जाति के संजय चैरसिया पार्टी की ओर से आने वाले पंचायत चुनाव में मुखिया पद के उम्मीदवार थे. उनकी हत्या राजनीतिक दुर्भावनाओं से प्रेरित होकर की गयी है. उसी गांव के चंद्रमा यादव ने उन्हें बगल के गांव में आर्केस्ट्रा देखने का निमंत्रण दिया था और सुबह में उनकी लाश मिली. इससे साफ जाहिर होता है कि अपराधी ताकतों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है], वे बेख़ौफ़ हो गये है और आंदोलनकारियों की हत्या कर रहे हैं.
माले कार्यकर्ताओं ने अपने नेता की हत्या के खिलाफ नेबारी मोड़ को घंटो जाम रखा और उसके बाद रघुनाथपुर प्रखंड पर भी प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व पार्टी के पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने किया. 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. माले नेता ने मांग की है कि सभी नामजद अभियुक्तों की अविलंब गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिजन को सरकारी नौकरी व मुआवजा प्रदान किया जाए.
इसके पूर्व भोजपुर में भी रणवीर सेना के गुंडों द्वारा माले नेता राजेन्द्र महतो की हत्या कर दी गयी थी, जब वे रात में अपने खेत की रखवाली कर रहे थे.