उत्तराखण्ड में कई जगह सफल रही 2 सितम्बर की आम हड़ताल

उत्तराखण्ड 2 सितम्बर 2016

पूरे देश में ट्रेड यूनियनों द्वारा केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में आहुत  ‘‘आम हड़ताल‘‘ के समर्थन में उत्तराखण्ड में कई जगहों पर व्यापक प्रदर्शन हुए और जुलूस निकाला गया।

लालकुआं:

लालकुआं में शहीद स्मारक से लालकुआं सेंचुरी पेपर मिल गेट पर जुलूस निकालकर सभा की। सेंचूरी गेट पर हुई सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) के प्रदेश सचिव राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि मोदी सरकार अपनी महत्वाकांक्षी योजना ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ के तहत विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के लिए मजदूर विरोधी श्रम सुधार का प्रस्ताव संसद में लाने जा रही है। कॉरपोरेट कम्पनियां इसी शर्त पर निवेश करना अथवा फैक्ट्री लगाना चाहती हैं कि श्रमिक पक्ष के कानूनों को खत्म करके चार संहिताएं बनायी जाएं ताकि मजदूरों को कम से कम वेतन दिया जाए, उन्हें यूनियन न बनाने दी जाए, 300 फैक्ट्री वाले कारखाने के बिना किसी क्षतिपूर्ति के बंद किया जा सके, लेबर इन्सपेक्टर के छापा मारने के अधिकार को सीमित किया जाए, 100 मजदूरों वाले कारखाने में किसी प्रकार का रजिस्टर न रखा जाए। इस तरह देशी-विदेशी पूंजीपतियों को ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ के तहत निवेश करने के नाम पर मजदूरों के श्रम  की खुली लूट की छूट देने के प्रस्ताव मोदी सरकार ला रही है। मोदी सरकार पहले ही ओवरटाइम के घंटे 50 से बढ़ाकर 100 कर चुकी है। जिसमें ओवरटाइम की मजदूरी पूर्ववत ही है। दूसरी ओर मोदी सरकार ने रक्षा, फार्मा, खुदरा व्यापार समेत 16 क्षेत्रों में 100 प्रतिशत एफडीआई लागू कर दी है। जिससे छोटे व्यापार तबाह हो जायेंगे और रक्षा में एफडीआई से हमारे देश की सम्प्रभुता को खतरा उत्पन्न हो जायेगा। हाल ही में मोदी सरकार ने अमेरिका को भारत के सैनिक अड्डों का इस्तेमाल करने का समझौता कर भारत को अमेरिका का पिठ्ठु बना दिया है। विपक्ष में रहते हुए मोदी और पूरी भाजपा यूपीए सरकार के खुदरा व्यापार में एफडीआई लाने का पुरजोर विरोध करते थे और आज जब मोदी सत्ता में है तो एफडीआई और जीएसटी बिल पास करके पूरी तरह कांग्रेस से दो कदम आगे बढ़कर काॅरपोरेटपरस्ती व अमेरिकीपरस्ती में लगे हुए है। इस देश का मजदूर वर्ग कांग्रेस की ही तरह मोदी सरकार को भी सत्ता से उखाड़ फेंकेगा। 2015 और 2016 की 2 सितम्बर की सफल राष्ट्रीय आम हड़ताल इस बात का संकेत है।

अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पुरूषोत्तम शर्मा ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के इशारे पर सभी राज्यों में एक आदेश पास किया गया है। जिसमें लेबर इंस्पेक्टर श्रम उत्पीड़न वाली मजदूरों की शिकायत पर सीधे फैक्ट्री में छापा नहीं मार सकता। लेबर इंस्पेक्टर को एक हफ्ते पहले फैक्ट्री प्रबंधन को नोटिस देना होगा। यानि की लेबर इंस्पेक्टर के हाथ बांध दिये गये हैं। केन्द्र की मोदी सरकार श्रमिक विरोधी कानून तो ला रही है लेकिन प्रदेश में श्रमिकों की हालत बंधुआ मजदूरों से भी बदत्तर पहले से ही है। मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित श्रम सुधार लागु होने के बाद मजदूरों का उत्पीड़न कानूनन फैक्ट्री मालिक का अधिकार बन जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तमाम उद्योगों में न्यूनतम मजदूरी लागू ही नहीं है। अपना अधिकार की मांग और यूनियन बनाने के अधिकार पर आवाज उठाने वाले श्रमिकों को फैक्ट्री से अवैध तरीके से बाहर कर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मजदूर नेता के0के0बोरा पर 100 दिन पूर्व  सिडकुल में हुए जानलेवा हमले के आरोपी मिंडा फैक्ट्री प्रबंधन को गिरफ्तार ने करना इस बात का संकेत है कि सरकार पूरी तरह से फैक्ट्री मलिकों के पक्ष में खड़ी है। श्रमिकों के हितों के लिए बनाये गये श्रम न्यायालयों को राज्य सरकार और श्रम मंत्री कमजोर करने में लगे हुए हैं तथा पूरी तरह से मजदूरों के अधिकारों को दबाकर फैक्ट्री मालिकों के पक्ष में खड़े हैं। हाल ही में सिडकुल स्थित  मिंडा यूनो, प्रिकोल, डेल्टा जैसी कम्पनियों में मजदूरों के दमन-उत्पीड़न के कारण श्रमिक असंतोष उपजा है। पुरूषोत्तम शर्मा ने कहा कि उत्तराखण्ड में मानदेय व दैनिक वेतन पाने वाले आशा-आंगनबाड़ी-भोजनमाता, गेस्ट टीचर, शिक्षा मित्र समेत तमाम कर्मकारों को सरकार नियमित करने के बजाय उन पर पुलिसिया दमन ढ़ा रही है। हाल ही में अपनी लड़ाई के बूते आशा व भोजनमाता को सरकार 2000 रू0 प्रति माह मानदेय लागू करने पर मजबूर हुई है।

सभा में ‘‘श्रम सुधार वापस लो‘‘, न्यूनतम वेतन 18000 रू मासिक हो‘‘ आदि मांगे उठायी गयीं। सभा को श्रमिक नेता किशन बघरी , किसान महासभा की बिन्दुखत्ता अध्यक्ष बसंती बिष्ट, पंकज इंकलाबी ने भी सम्बोधित किया। सभा में राजेन्द्र शाह, गोविंद जीना, पुष्कर दुबड़िया, हरीश गोस्वामी, आनन्द सिजवाली, छविराम, मदन धामी, पान सिंह कोरंगा, नारायण सिंह, बहादुर, रधुली देवी, सुरमा देवी, बंसती देवी, जमुना देवी, पार्वती देवी, पंकज, हेमा, अनिता देवी, मोहनी देवी, रूपा देवी,खष्टी देवी, जगदीश, कमला जोशी, विनोद कुमार, दौलत कार्की, कुंवर सिंह चौहान समेत दर्जनों लोग थे।

श्रीनगर गढ़वाल:

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहुत अखिल भारतीय हड़ताल के तहत एक्टू के प्रदेश उपाध्यक्ष कामरेड के.पी.चंदोला के नेतृत्व में जुलूस प्रदर्शन और सभा आयोजित की गयी। जुलूस प्रदर्शन मेंअच्छी भागीदारी हुई। कॉमरेड के पी चंदोला तथा कॉमरेड इंद्रेश मैखुरी ने सभा को सम्बोधित किया।

हल्द्वानी

हल्द्वानी में ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉमरेड राजा बहुगुणा के नेतृत्व में जुलूस प्रदर्शन का कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर कॉमरेड कैलाश पाण्डेय, के. के. बोरा समेत अनेक श्रम संगठनों के लोग उपस्थित थे।

पिथौरागढ़:

पिथौरागढ़ में कॉमरेड विमल दीप फिलिप के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया तथा सभा की गयी। जुलूस में ऐक्टू से जुड़ी कर्मचारी यूनियनों की अच्छी भागीदारी रही। सभा को माले के कॉमरेड विमल दीप फिलिप, आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष दीपा पाण्डेय सहित अनेक लोगों ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर हीरा भट्ट, पूनम, सुनीता बसेड़ा, विमला खड़ायत, पिंकी कलौनी समेत अनेक लोग उपस्थित थे।

धारचूला:

धारचूला में भाकपा (माले) के जिला प्रभारी गोविंद कफलिया के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया तथा सभा की गयी। हड़ताल में बड़ी संख्या में एन. एच. पी. सी. कर्मचारी यूनियन तथा आशा और आंगनबाड़ी कर्यकर्त्तियों ने प्रतिभाग किया। सभा को माले के गोविंद कफलिया. हरीश धामी सहित अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया।

रामनगर:

रामनगर में रजनी भट्ट, कमला बुधानी, नवेंदु मठपाल, सुभाष, भुवन, ए, आर. टम्टा, मूनीष कुमार आदि के नेतृत्व में जुलूस प्रदर्शन का कार्यक्रम हुआ।

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