बिन्दुखत्ता 22 अप्रैल 2016,
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने पार्टी का 47 वां स्थापना दिवस कार रोड बिन्दुखत्ता कार्यालय में मनाया।
स्थापना दिवस की शुरूआत गरीब-मजदूर-किसान की लड़ाई में योगदान देने वाले दिवंगत कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देकर की गयी। स्थापना दिवस में पार्टी की स्थापना कार्यक्रम पर बोलते हुए राज्य सचिव राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि 22 अप्रैल 1969 में पार्टी की स्थापना बंगाल के नक्सलबाड़ी इलाके में किसान विद्रोह से हुई।
नक्सलबाड़ी के किसान विद्रोह ने सरकारों के सामने ये मांग बुलंद की कि मजदूर-किसानों का राज इस देश में आना चाहिये। भाकपा (माले) आज भी मजदूर किसानों की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए मजदूर-किसानों के बीच ईमानदारी से काम करते हुए उनकी लड़़ाईयों को आगे बढ़ा रही है। जबकि मजदूर, किसान, गरीबों के नाम से वोट मांगकर सत्तारूढ़ हुए भाजपा-कांग्रेस ने इस देश को मुठ्ठी भर पूंजीपतियों के हाथों लुटाने का ही काम किया है। वर्तमान दौर में मोदी सरकार ने पूंजीपतियों के पक्ष में मजदूर-किसानों के अधिकारों में कटौती करते हुए असहमति की आवाजों का दमन करना शुरू कर दिया है। इसलिए आज की तारीख में लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई भी मजदूर-किसानों की लड़ाई से जुड़ गयी है और मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ किसान-मजदूर के साथ-साथ दलित -छात्र-नौजवान-बुद्धिजीवी वर्ग भी एकजुट हुआ है। भाकपा(माले) पूरे देश में इस लड़ाई को लड़ रही है।
राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही उत्तराखण्ड में भी पिछलें दिनों देखने को मिली। अरूणाचल प्रदेश के बाद उत्तराखण्ड में भी लोकतंत्र और संविधान ताक पर रखते हुए राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया और यह राष्ट्रपति शासन जनता के हितों में नहीं बल्कि खरीद-फरोख्त करके भाजपा की सरकार बनाने के लिए ही लगाया गया था। लेकिन उत्तराखण्ड हाई कोर्ट ने महत्वपूर्ण ऐतिहासिक फैसला लोकतंत्र के पक्ष में दिया है। भाकपा (माले) इसका स्वागत करती है। परंतु यदि 29 अप्रैल को सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो विधानसभा भंग करके विधानसभा चुनाव कराने की मांग भाकपा (माले) करेगी। ताकि भाजपा-कांग्रेस द्वारा अपनी लूट-खसोट जारी रखने के लिए खरीद फरोख्त करके सरकार बनाने पर रोक लगाई जा सके। हरीश रावत सरकार को उनकी कारगुजारियों के लिए सबक जनता चुनाव में देगी ना कि केन्द्र की तानाशाह मोदी सरकार अपनी सत्ता जनता पर थोपने की कोशिश करे।
स्थापाना दिवस के मौके पर जिला सचिव कैलाश पाण्डेय, पुरूषोत्तम शर्मा, बहादुर सिंह जंगी, विपिन शुक्ला ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम में ललित मटियाली, राजेन्द्र शाह, स्वरूप दानू, पुष्कर दुबडि़या, उमेश, विमला रौथाण, बसंती देवी, दीवान सिंह चैहान, गणेश राम, खीम वर्मा, ललित राम, मुबारक शाह, काशीराम जोशी, हरीश भण्डारी आदि पार्टी साथी उपस्थित थे।