गोपेश्ववर (चमोली) में भाकपा(माले) की राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक प्रारंभ

भाकपा(माले) की राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक आज प्रारंभ हुई. बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि अच्छे दिनों का वायदा लेकर सत्ता में आई केंद्र की मोदी सरकार के राज में देश के मेहनतकश गरीबों, मजदूरों, किसानों के दुर्दिन आ गए हैं. मंहगाई, बेरोजगारी अपने चरम पर है. औद्योगिक विकास की दर पिछले एक दशक में सबसे निम्नतम स्तर पर पहुँच गयी है. दालों सहित तमाम जरुरी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों 40 डॉलर प्रति बैरल तक नीचे आ चुकी हैं. परन्तु मोदी सरकार तेल कंपनियों की जेबें भरने के लिए आये दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है.

माले के राज्य सचिव ने कहा कि मोदी सरकार सीमा पर मौजूदा तनाव को उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में चुनावी फायदे के लिए भुनाना चाहती है. इसलिए पूरे देश में युद्धोन्माद पैदा किया जा रहा है. युद्धोन्माद और साम्प्रदायिक घृणा की आड़ में जहां चुनाव जीतने के जतन किये जा रहे हैं, वहीं रक्षा सौदों में कमीशन खोरी के किस्से भी छन-छन कर बाहर आ रहे हैं. भाजपा सांसद वरुण गाँधी के मामले में एक विदेशी व्हिसिल ब्लोअर द्वारा प्रधानमन्त्री को भेजी चिट्ठी से एक बार फिर यह साफ़ हुआ कि राष्टवाद के नाम पर पूरे देश में उन्माद पैदा करने वाली भाजपा के सांसद कैसे अय्याशियों में फंस कर राष्ट्रीय हितों से खिलवाड़ करते हुए रक्षा सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियाँ विदेशी दलालों को उपलब्ध करवा रहे हैं.

कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि उत्तराखंड में सत्तासीन हरीश रावत सरकार माफियायों की संरक्षक सरकार है, जिसका पूरा ध्यान शराब, खनन जैसे मामलों पर ही है. जनता के सवालों को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया है. लोकसेवा आयोग से लेकर तमाम नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, जिससे उत्तराखंड के प्रतिभावान युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. आपदा पीड़ितों के घाव आज भी हरे हैं और सरकार कैलाश खेर पर करोड़ों रुपये लुटा रही है. उत्तराखंड की जनता के हितों के साथ खिलवाड़ करने में सत्ता और विधानसभा में मौजूद विपक्ष-भाजपा एकजुट हैं. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की हड़ताल को दो महीने पूरे होने को हैं  पर सरकार उनकी वाजिब मांगों की तरफ ध्यान तक नहीं दे रही है. आशा और भोजनमाताओं के मामले में सरकार ने सिर्फ कोरी घोषणा करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है. समग्र में देखें तो महिला कामगारों के प्रति राज्य सरकार का रवैया उदासीनता भरा ही है. उन्होंने कहा कि बिन्दुखत्ता में चले साल भर से अधिक लम्बे आन्दोलन के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत बिन्दुखत्ता से नगरपालिका वापसी की घोषणा को मजबूर हुए. लेकिन आज तक इस घोषणा को लागू करने के लिए वैधानिक कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी है. साथ ही निर्दोष आन्दोलनकारियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे भी चल रहे हैं.

भाजपा के दलित सम्मेलनों पर टिपण्णी करते हुए माले के राज्य सचिव ने कहा कि गुजरात से लेकर देश के तमाम हिस्सों में भाजपा द्वारा संरक्षित गौ रक्षक दलितों का उत्पीडन कर रहे हैं. भाजपा के दलित सम्मान सम्मलेन उस उत्पीडन को ढकने की कोशिश मात्र हैं. मंच पर सम्मान होगा और गलियों में दलित भाजपाई उत्पीडन के शिकार बनेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का यह कथन कि उत्तराखंड में शिल्पकार होते हैं, दलित नहीं, दरअसल जातीय भेदभाव को ही वैधता प्रदान करने के लिए दिया गया बयान है. पिछले दिनों बागेश्वर में दलित युवक सोहन राम की हत्या ने जातीय भेदभाव के वीभत्स रूप को सामने ला दिया है. दलितों का सम्मान तो जातीय भेदभाव के खात्मे के बाद ही संभव है.

बैठक में भाकपा(माले) की राज्य कमेटी के सदस्य और अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा, वरिष्ठ किसान नेता कामरेड बहादुर सिंह जंगी, कामरेड आनंद सिंह नेगी, एक्टू के प्रदेश महामंत्री कामरेड के.के.बोरा, भाकपा(माले) के नैनीताल जिला सचिव कामरेड कैलाश पाण्डेय, कामरेड इन्द्रेश मैखुरी, गढ़वाल सचिव कामरेड अतुल सती, कामरेड के.पी.चंदोला,कमरेड ललित मटियाली, कामरेड रूबी भारद्वाज आदि शामिल थे.
समाचार लिखे जाने तक बैठक जारी थी और कल भी चलेगी.


 – इंद्रेश मैखुरी

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