अखिल भारतीय किसान महासभा ( अभाकिम ) ने आज बिन्दुखत्ता को नगर पालिका बनाए जाने के खिलाफ मुख्यमंत्री हरीश रावत के बिन्दुखत्ता आगमनं पर उन्हें काले झंडे दिखाने का पूर्व घोषित कार्यक्रम किया. अभाकिम के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा और जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी के नेतृत्व में सुबह 11 बजे से ही कार रोड चौराहे पर एकत्र होना शुरू हुए जहां पर लगभग तीन घंटे विरोध सभा चलाती रही. बाद में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के स्थगन की सूचना के बाद सैकड़ों किसान वहाँ से हाथों में काले झंडे लिये “मुख्यमंत्री हरीश रावत भाग गए” – “बिन्दुखत्त नगर पालिका वापस लो”, “आन्दोलनकारियों पर लगे फर्जी मुकदमे वापस लो”, “महिलाओं से अभद्रता व लूट करने के आरोपी कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज करो” जैसे नारे लगाते आन्दोलनकारी मुख्यमंत्री के सभास्थल की ओर बढे. लगभग 250 मीटर पहुचने पर पुलिस ने अभाकिम के कार्यकर्ताओं को बेरीकेट लगाकर रोक दिया जहां पुलिस व अभाकिम कार्यकर्ताओं के बीच नौक–झोंक के बाद आन्दोलनकारी वहीँ सड़क पर बैठ गए और विरोध सभा का समापन किया.
विरोध सभा को संबोधित करते हुए अभाकिम के प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल के इशारे पर भू–माफिया को फ़ायदा पहुंचाने के लिए बिन्दुखत्ता में नगर पालिका थोप दी. कामरेड शर्मा ने कहा कि बिन्दुखत्ता की जमीन का हस्तांतरण न हो सकने की वकालत करने वाले कांग्रेस नेता जवाब दें कि दमुवांढुंगा की वन भूमि का हस्तांतरण कैसे हो गया ? उन्होंने आरोप लगाया कि रावत सरकार लोकतंत्र की ह्त्या करने पर तुली है. चंद भू माफिया, ठेकेदार और कोटेदारों की लाबी के आर्थिक हितों के लिए बिन्दुखत्ता की 60 हजार आबादी के पुश्तैनी रोजगार खेती व पशुपालन पर हमला किया जा रहा है. भूमि के मालिकाने के सवाल को हल किए बिना नगर पालिका का गठन यहाँ के गरीब किसानों पर सीधा हमला है. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध की आवाज उठाने वाले किसानों पर यह सरकार फर्जी मुकदमे लाद रही है और आन्दोलनकारी महिलाओं से अभद्रता, लूट और मारपीट करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खुला संरक्षण दे रही है.कामरेड शर्मा ने भाजपा के विरोध को नाटक करार देते हुए ऐलान किया भाजपा के राज्य अध्यक्ष अजय भट्ट को भी बिन्दुखता आगमन पर काले झंडे दिखाए जाएंगे. क्योंकि भाजपा के राज्य अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट नगर पालिका गठन के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत को बधाई दे चुके हैं. यही नहीं इससे पूर्व राज्य में भाजपा की सरकार रही, इस क्षेत्र से निर्वाचित पूर्व भाजपा विधायक मंत्री रहे और प्रकाश पन्त विधान सभा अध्यक्ष रहे, पर उस सरकार ने और इस वक्त 28 विधायकों के रहते भाजपा ने आज तक बिन्दुखत्ता को राजस्व गाँव के दर्जे के लिए सदन में कोई प्रस्ताव नहीं रखा. उन्होंने बिन्दुखत्ता नगर पालिका खारिज किए जाने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया.
अभाकिम के जिला अध्यक्ष बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि रावत सरकार भू माफिया – खनन माफिया और शराब माफिया को पनपाने पर लगी है और राज्य के गरीब किसानों की जमीनों की खुली लूट के लिए काम कर रही है उन्होंने नगरपालिका को तत्काल वापस लेने, आन्दोलनकारियों पर लादे फर्जी मुकदमे खारिज करने और महिलाओं से अभद्रता व लूट करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमें दर्ज करने की मांग की.
भाकपा ( माले ) के जिला सचिव कैलाश पाण्डेय ने मुख्यमंत्री पर बिन्दुखत्ता की जनता से धोखा करने का आरोप लगाया. उन्होंने पूछा कि जब माननीय हाई कोर्ट में इस पर मामला विचाराधीन है तो किसके इशारे पर सरकार कोर्ट में जवाब देने से भाग रही है और कोर्ट का कोई फैसला आने से पूर्व किसके इशारे पर जबरदस्ती जनता के सामुदायिक भवन को कब्जा कर नगर पालिका कार्यालय खोला गया है ? किसान नेता भुवन जोशी ने किसान विरोधी कांग्रेस – भाजपा को सबक सिखाने का आह्वान किया. सभा को पुष्कर दुबडिया, ललित मटियाली, गोविन्द जीना, राजेन्द्र शाह, बसंती बिष्ट, आनंद सिजवाली, मीना मेहता, स्वरूप सिंह दानू, लक्षमण सुयाल, शंकर चुफाल, मदन धामी, नैन सिंह कोरंगा, पानसिंह कोरंगा, बहादुर राम, पुष्कर पांडा, किशन बघरी, बिशन दत्त जोशी, हरीश भंडारी, चंद्रा देवी, श्याम सिंह बिष्ट, नीमा देवी, कुंवर सिंह चौहान ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन विमला रौथाण ने किया.