भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य कमेटी की बैठक बिन्दुखत्ता में सम्पन्न

बिन्दुखत्ता , लालकुआं 18 अप्रैल 2016

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य कमेटी दो दिवसीय बैठक पार्टी कार्यालय बिन्दुखत्ता में सम्पन्न हुई।

2016_04_17_state_photo_1बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) के राज्य सचिव काॅमरेड राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि जब से केन्द्र में मोदी सरकार आयी है काॅरपोरेट और साम्प्रदायिक ताकतें देश में हावी हो गयी हैं। देश के प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल, जमीन की लूट मची है। देश में उत्तराखण्ड सहित अधिकांश राज्यों में सूखे की स्थिति भयावह होने से कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या कर रहा है। सूखे का सीधा असर फसल पर पड़ने से फसल का उत्पादन गिरा है। लेकिन मोदी सरकार  काॅरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने में लगी हुयी है। बैंकों में जमा जनता की गाढ़ी कमाई को काॅरपोरेटों के लिए लुटाया जा रहा है। विजय माल्या, अम्बानी, अडानी जैसे काॅरपोरेटों को मोदी सरकार ने लूट की खुली छूट दे रखी है। मोदी सरकार की काॅरपोरेट और साम्प्रदायिक फासीवादी नीतियों के खिलाफ जब किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, बुद्धिजीवी आवाज उठाते हैं तो उन्हें भाजपा और संघ द्वारा देशद्रोही घोषित किया जाता है। शिक्षा के बजट में जबरदस्त कटौती करतेे हुए मोदी सरकार ने शिक्षा को विश्व व्यापार संगठन के हवाले कर दिया है। जिससे बची खुची शिक्षा के निजीकरण का रास्ता साफ हो गया है। जेएनयू छात्र आंदोलन के गढ़ के रूप में उभरा है इसलिए साजिश के तहत वहां के छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा लादा गया और पूरे जेएनयू को बदनाम करने की कोशिश केन्द्र सरकार द्वारा की गयी है।

राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि तमाम असहमतियों और विरोध की आवाजको कुचलने के खिलाफ प्रतिरोध खड़ा करने में वाम-लोकतांत्रिक  ताकतों की एकता की स्थापित करने में भाकपा (माले) हमेशा आगे रहेगी। राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि भूमाफिया, शराब माफिया और खनन माफिया ही सरकार चला रहे थे। इस लूट खसोट में हिस्सा पाने के लिए ही केन्द्र की तानाशाही मोदी सरकार द्वारा संविधान को ताक पर रखकर सरकार गिराकर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। राष्ट्रपति शासन लगना प्रदेश का दुर्भाग्य है। एक ओर भाजपा कांग्रेस पर विधायकों के खरीद -फरोख्त का आरोप लगा रही है दूसरी ओर खुद ही खरीद फरोख्त करके सरकार बनाना चाहती है। जब से उत्तराखण्ड बना है उत्तराखण्ड में संसाधनों की लूट मची हुई है और भाजपा-कांग्रेस इस लूूट में हिस्सेदारी पाने के लिए मुख्यमंत्री बदलने और सरकार गिराने व बनाने का ही काम करते आये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश से राष्ट्रपति शासन हटाकर विधानसभा भंग की जाए और तुरंत ही नये विधानसभा चुनाव कराये जाएं।

राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि प्रदेश में अभी अदृश्य रूप से भाजपा की सरकार चल रही है इसलिए भाजपा को बिन्दुखत्ता और नाॅनीसार पर अपनी राय स्पष्ट करे और तुरंत ही बिन्दुखत्ता से नगरपालिका हटाने और नाॅनीसार में जिंदल को भूमि आंवटन को निरस्त करे और आंदोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस ले।

बैठक में फैसला लिया गया कि भाकपा(माले) प्रदेश भर में किसान संघर्ष यात्रा चलायेगी और छात्रों-नौजवानों के बीच ‘‘उठो मेरे देश, नये भारत के वास्ते, भगत सिंह -अम्बेडकर के रास्ते‘‘ अभियान को अगले चरण में ले जायेगी। पार्टी कामगार महिलाओं, मजदूरों व अन्य ठेका मजदूरों के संघर्षों को तेज करेगी।

बैठक में राजा बहुगुणा, पुरूषोत्तम शर्मा, कैलाश पाण्डेय, बहादुर सिंह जंगी, के0के0बोरा, आनन्द नेगी, इन्द्रेश मैखुरी, रूबी भारद्वाज, विमला रौथाण, अतुल सती, विमल दीप, गोविन्द कफलिया, के0पी0चंदोला, ललित मटियाली थे।

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