मजदूरों के कल्याण के लिए उगाही रकम के खर्च की न्याययिक जांच की मांग

अखिल भारतीय किसान महासभा ने मोटाहल्दू उपखानिज निकासी गेट के समीप कल हुए दर्दनाक अग्निकांड में माँ बेटे की दर्दनाक मौत पर दुःख जताते हुए इस घटना के लिए वन विकास निगम और राज्य के श्रम विभाग को जिम्मेदार बताया है. आज जारी बयान में अ. भा. किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य में उपखानिज चुगान और निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के कल्याण के लिए उगाही जा रही हजारों करोड़ की रकम का राज्य के पूर्व श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल के संरक्षण में श्रम विभाग और वन विकास निगम ने खुला दुरुपयोग किया है. उन्होंने मजदूरों के कल्याण के लिए राज्य में जमा हजारों करोड़ रूपए के दुरुपयोग को भी एक बड़ा घोटाला बताते हुए इसकी न्यायायिक जांच की मांग की.

कामरेड शर्मा ने मोटाहल्दू अग्निकांड में मृतकों के परिजनों को 5 – 5 लाख प्रति मृतक का मुआवजा और अन्य सभी पीड़ितों को टिन शैड के साथ ही बिस्तर, कपड़े, बर्तन व राशन के लिए तत्काल 30 – 30 हजार रूपए सहायता देने की मांग की.  उन्होंने कहा कि राज्य में उप खनिज चुगान में लगे मजदूरों के कल्याण के लिए उगाही जा रही रकम से मजदूरों के लिए स्थाई टिन शैड, पीने का पानी,  बिस्तर, सस्ता राशन व स्वास्थ्य की व्यवस्था होनी चाहिए थी, मगर वन विकास निगम व श्रम विभाग इस धन राशि को कहाँ खर्च करता रहा है इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए .

उन्होंने राज्य में उप खनिज चुगान में लगे सभी मजदूरों का 5 – 5 लाख रूपए का बीमा कराने की भी मांग की जिसका प्रीमियम वन विकास निगम भरे.  साथ ही राज्य में चुगान में लगे मजदूरों का पंजीकरण और उन्हें स्थाई टिन शैड, पेयजल, स्वास्थ्य, कम्बल और सस्ते राशन व मिट्टी के तेल की सुविधा देने की मांग की है.

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