बिंदुखत्ता, 03 जून
अखिल भारतीय किसान महासभा ने उत्तराखंड में मजदूर आन्दोलन के नेता और एक्टू के प्रदेश सचिव के.के. बोरा पर जानलेवा हमला करने वाले हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग पर 5 जून को रुद्रपुर में होने वाली प्रतिरोध रैली में भाग लेने का निर्णय लिया है. आज अभाकिम राज्य कार्यालय में इस सम्बन्ध में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि किसान महासभा के कार्यकर्ता मजदूरों के साथ एकजुटता जताने के लिए बड़ी संख्या में रुद्रपुर रैली में भाग लेंगे.
इस आशय की जानकारी देते हुए अभाकिम के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने हरीश रावत सरकार पर मजदूरों व किसानों के आन्दोलन का दमन के लिए पुलिस और गुंडों के खुले इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए इसे राज्य के लिए चिंताजनक विषय बताया. उन्होंने कहा कि बिन्दुखत्ता, नैनीसार और अब सिडकुल में भी आन्दोलन को कुचलने के लिए अपराधियों और पुलिस का खुला इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि अपने लिए लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य में पुलिस-गुंडा राज थोप रहे हैं और किसानों मजदूरों के आन्दोलनों का दमन कर रहे हैं.
कामरेड शर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य के श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल खुल कर सिडकुल के पूंजीपतियों के साथ खड़े हैं और मजदूर आन्दोलनों का दमन करा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूर नेता के. के. बोरा पर रुद्रपुर में जानलेवा हमला और अपराधियों का अब तक गिरफ्तार न होना श्रम मंत्री की सहमति के बिना संभव नहीं है. उन्होंने राज्य दमन के खिलाफ किसान-मजदूर एकता पर बल देने के लिए मजदूरों-किसानों से 5 जून को बड़ी संख्या में रुद्रपुर रैली में पहुँचने की अपील की.