पटना 20 फरवरी 2015,
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि एक तरफ जहां भाजपा-जदयू सरीखी पार्टियां महादलित के नाम पर बिहार में सत्ता का खेल खेल रही है, वहीं दूसरी ओर भोजपुर में चांदी दलित छात्रावास की मरम्मत के सवाल पर आइसा के नेतृत्व में लगभग 50 छात्र अनशन पर बैठे हुए हैं. लेकिन अब तक न तो सरकार और न ही भोजपुर जिला प्रशासन का कोई आदमी उनकी खोज-खबर लेने तक पहुंचा है. यह दिखलाता है कि इन पार्टियों के महादलित प्रेम की असलियत क्या है?
उन्होंने कहा कि अनशनकारी छात्र वर्षो से नए छात्रवास के निर्माण का मांग कर रहे है। कई बार कल्याण पदाधिकारी से लेकर जिला पदाधिकारी और राज्य तथा केंद्र अनुसूचित जाति आयोग को ज्ञापन सौप चुके है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी।कई बार कल्याण विभाग ने कहा उसके पास छात्रावास निर्माण के लिए पैसा है लेकिन जिला प्रशासन कोई जमींन मुहैया नहीं करा रही है, जहाँ छात्रावास का निर्माण कराया जा सके। इस तरह से मामले को लगातार उलझा कर रखा गया है.
सरकार व प्रशासन का यह रवैया घोर निंदनीय है और भाकपा-माले मांग करती है कि भोजपुर के दलित छात्रावास सहित बिहार के सभी दलित छात्रावासों की तत्काल मरम्मत करायी जाए और पर्याप्त संख्या मे नए छात्रावास खोले जाएं.