अखिल भारतीय किसान महासभा का भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस

बिन्दुखत्ता , 2 जनवरी। अखिल भारतीय किसान महासभा ने मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ अपने राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत आज यहाँ कार रोड चौराहे पर मोदी सरकार का पुतला जलाकर अपना विरोध दर्ज किया. विरोध कार्यक्रम का नेतृत्व किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा, वरिष्ठ नेता बहादुरसिंह जंगी ने किया.

Photo0535इस मौके पर कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने संसद की अवहेलना कर अलोकतांत्रिक तरीके से भूमि अधिग्रहण कानून को बदल कर भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के जरिये देश के किसानों के हितों पर भारी चोट की है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा बनाए गए भूमि अधिग्रहण कानून में किसान आन्दोलन के दबाव में कई किसान हितैषी प्रावधान जुड़े थे. जिसमें भूमि अधिग्रहण से पहले प्रभावित 70 प्रतिशत किसानों की सहमति, बहुफसली जमीनों के अधिग्रहण पर रोक, भूमि अधिग्रहण का सामाजिक मूल्यांकन कर किसानों सहित सभी प्रभावितों का पुनर्वास व उचित मुआवजा, जमीनों का नियत समय तक उपयोग न होने की स्थिति में जमीन की किसानों को वापसी जैसे कई किसान हितैषी प्रावधान प्रमुख हैं. उन्होंने कहा की मोदी सरकार ने इन सभी किसान हितैषी प्रावधानों को इस अध्यादेश के जरिये हटा कर जमीनों की कारपोरेट लूट का रास्ता खोल दिया है. यही नहीं औद्योगिक कॉरीडोर, रियल एस्टेट व पीपीपी मोड के नाम पर मोदी सरकार किसानों की बहुफसली जमीनों पर कारपोरेट घरानों व पूंजीपतियों का कब्जा कराना चाहती है.

इस मौके पर वरिष्ठ किसान नेता बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि मोदी सरकार के इस किसान विरोधी कदम का देश के किसान डट कर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि किसान महासभा अन्य किसान संगठनों को भी साथ लेकर पूरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ किसानों को एकजुट करेगी. इससे पूर्व किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के पुतले को लेकर कार रोड चौराहे पर सभा की. कार्यकर्ता भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लो, कारपोरेट घरानों की दलाल मोदी सरकार होश में आओ, किसानों के साथ धोखाधड़ी नहीं चलेगी आदि नारे लगा रहे थे. इसके बाद जोरदार नारेबाजी के बीच किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार का पुतला फूंका. इस विरोध कार्यक्रम में राज्य उपाध्यक्ष इन्द्रेश मैखुरी, किसान नेता गोबिंद जीना, पुष्कर दुबडिया, बिशन दत्त जोशी, हरीश भंडारी, ललित मटियाली, राजेन्द्र शाह, कमल जोशी, नारायण नाथ, विमला रौथान, निर्मला, उमेश, अजय पाल आदि शामिल थे.

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