27 मार्च. राज्य सरकार द्वारा बिन्दुखता को नगर पालिका बनाने के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले लालकुआं तहसील पर घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम और अनिश्चित कालीन सामूहिक भूख हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी है. 25 मार्च से सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठे आन्दोलनकारियों में से आज तीसरे दिन 6 आन्दोलनकारियों ने अपनी भूख हड़ताल को अंत तक जारी रखने की घोषणा की है. जिसमें कामरेड बिशन दत्त जोशी, मंगल सिंह कोश्यारी, कुंवर सिंह चैहान, शेर सिंह कोरंगा, देव सिंह बिष्ट, गोपाल राम टम्टा शामिल हैं. उनके साथ आज आन्दोलनकारी सुन्दरसिंह रावत, केशवसिंह धामी, भाष्कर कापडी, हर सिंह, प्रवीन सिंह दानू और पदम् सिंह कोरंगा भी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. क्षेत्र के लगभग 600 किसान आज दिन भर आन्दोलन स्थल पर आते रहे जिनमें महिलाओं की संख्या भी काफी थी. दोपहर भर आन्दोलन स्थल पर विरोध सभा और नारेबाजी जारी रही.
आज यहाँ विरोध सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि पूरे देश में किसानों की जमीन हड़पने का अभियान चल रहा है. राज्य की कांग्रेस सरकार भू-माफिया के इशारे पर बिन्दुखत्ता को नगर पालिका बना कर यहाँ के ग़रीबों को उनकी जमीनों से बेदखल करने की साजिश कर रही है. उन्होंने कहा कि इस सरकार को नगर पालिका वापस लेनी होगी. उन्होंने कहा कि नगर पालिका के खिलाफ जनता की आपत्तियों पर भी कोई सुनवाई किये बिना नगर पालिका की अधिसूचना जारी कर दी गई. राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत व स्थानीय विधायक व श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल ने बिन्दुखत्ता के किसानों के साथ धोखा किया है उन्होंने कहा कि यह लड़ाई जमीन और आजीविका बचाने की लड़ाई है. बिन्दुखत्ता के किसान किसी भी हालात में सरकार की साजिशों को कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा के स्थानीय नेता जनता के आन्दोलन के दबाव में नगर पालिका का विरोध कर रहे हैं, पर इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने आज तक विधानसभा में कोई आवाज नहीं उठाई है. यही नहीं क्षेत्र के सांसद व भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी भी अब तक इस सवाल पर मौन साधे हैं. किसान नेता ने कहा कि जनता भाजपा के इस दोहरेपन से अच्छी तरह वाकिफ है.
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा ( माले ) के जिला सचिव कामरेड कैलाश पाण्डेय ने कहा कि जमीन और आजीविका की इस लड़ाई में भाकपा ( माले ) बिन्दुखत्ता के किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है. उन्होंने कहा की यह सरकार कायरों की सरकार है जो जनता की पीठ पर वार कर रही है. सभा को विमला रौथान, किशन बघरी, हरीश चन्द्र भट्ट, भागसिंह कोठारी, पुष्कर पांडा, बसंती बिष्ट, मीना देवी, ललिता फर्स्वान आदि किसान नेताओं ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन भाष्कर कापडी ने किया. रिटायर्ड कैप्टेन भाग सिंह ने कहा कि बिन्दुखत्ता का 95% भूतपूर्व सैनिक नगर पालिका के खिलाफ संघर्ष में है. उन्होंने कहा की चंद दलाल किस्म के के लोग सैनिकों को बदनाम करने का काम कर रहे हैं.
इससे पूर्व आज बिरेन्द्र पुरी महाराज ने भी आन्दोलन स्थल पर आकर समर्थन दिया, आज सुबह से ही धरने पर समर्थन देने लगभग 600 महिला पुरुष पहुंचे. इनमें से प्रमुख आलम सिंह, नारायण गिरी, दान सिंह मेहरा, गणेश दत्त भट्ट, त्रिलोक सिंह गैडा, बच्ची सिंह रावत, मदन सिंह धामी, लीला देवी, कुंती देवी, हंसी देवी, तुलसी देवी, जानकी देवी, पार्वती देवी, आनंदी जोशी, चन्दा नेगी, मोहनी देवी, गीता देवी, गंगा देवी, मोतिमा देवी, पान सिंह कोरंगा, चामू सिंह धामी, नारायण सिंह कोरंगा, भगत सिंह कोरंगा, गोपाल सिंह कोरंगा आदि सैकड़ों महिला-पुरुषों ने समर्थन मे धरना दिया.
तीन दिनों से सामूहिक भूख-हड़ताल पर ग्रामीण बैठे हैं पर अभी तक प्रशासन का एक भी नुमाइंदा धरना स्थल पर भूख-हड़ताली ग्रामीणों का हाल चाल जानने नहीं पंहुचा है और न ही कोई स्वास्थ्य परिक्षण की व्यवस्था की गयी है. जिला प्रशासन के अधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों के बजाय श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल के कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे हैं.