लालकुआं 15 फरवरी 2015 – भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की उत्तराखंड राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक आज यहाँ कार रोड स्थित पार्टी कार्यालय दीपक बोस भवन में शुरू हुई. बैठक की अध्यक्षता राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने की. दो दिनों तक चलने वाली इस बैठक में वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य और राज्य की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी. इसके साथ ही पार्टी व उसके जनसंगठनों के नेतृत्व में चल रहे आन्दोलनों की समीक्षा और भावी रणनीति पर भी चर्चा होगी.
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि दिल्ली में आप की ऐतिहासिक जीत के माध्यम से जनता ने मोदी सरकार की कारपोरेट परस्ती और मोदी राज में सर उठाती साम्प्रदायिक ताकतों का करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव नतीजों ने मोदी व भाजपा के अपराजेय के सपने को चकनाचूर कर देश की राजनीति को एक नया सन्देश दिया है. उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इसका देश की राजनीति पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा और उदारीकरण की जन विरोधी नीतियों की पैरोकार भाजपा – कांग्रेस के खिलाफ एक जनपक्षीय विकल्प की दिशा में देश आगे बढेगा.
कामरेड प्रथोली ने मोदी सरकार द्वारा अध्यादेशों के माध्यम से देश के कानूनों को बदलने की कार्यवाही को संसदीय जनतंत्र की खुली अवहेलना करार दिया. माले नेता ने राज्य की हरीश रावत सरकार द्वारा भू – माफिया व खनन माफिया के हित में बनाई जा रही नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हरीश रावत यह सरकार पलायन रोकने व खेती – किसानी को भी रोजगार का आधार बनाने की नीतियों के मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई है.
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के केन्द्रीय कमेटी सदस्य कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि आज प्रदेश में अपराधियों – माफियाओं के हौसले बढे हैं जिससे अपराधों की संख्या काफी बढ गयी है. उन्होने कहा कि राज्य में हुए आपदा घोटाले की जांच कराने के बजाय रावत सरकार ने अपात्रों द्वारा हड़पी गयी आपदा राशि की वसूली न करने का फैसला लेकर पूरे आपदा घोटाले पर ही पर्दा डालने की कोशिश की है जिसका विरोध किया जाएगा.
राज्य स्थाई समिति के सदस्य कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने रावत सरकार के भूमि उपयोग खरीद के 45 दिन बाद स्वतः बदल जाने और गदरपुर चीनी मिल को बंद करने को किसान विरोधी फैसला बताते हुए इन फैसलों को तत्काल वापस लेने की मांग की.
आज बैठक में पार्टी के गढ़वाल के सचिव कामरेड इन्द्रेश मैखुरी, नैनीताल जिले के सचिव कामरेड कैलाश पाण्डेय, उधम सिंह नगर जिले के सचिव कामरेड के.के. बोरा और अल्मोड़ा जिले के सचिव कामरेड आनंद नेगी किसान नेता बहादुर सिंह जंगी ने भी अपने जिलों और आन्दोलनों की रिपोर्ट पेश की और अपने विचार व्यक्त किये. बैठक अभी जारी थी.
– पुरुषोत्तम शर्मा