हल्द्वानी, 26 फरवरी,
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य कमेटी ने मोदी सरकार के रेलवे बजट को निराशाजनक बताया है।
भाकपा(माले) की राज्य कमेटी की ओर से राज्य सचिव काॅमरेड राजेन्द्र प्रथोली ने मोदी सरकार के रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा संसद मे पेश रेलवे बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आते ही किराये में 14 प्रतिशत की वृद्धि कर दी थी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम होने पर भी रेल किराये में कटौती नहीं की। इस बजट में 5 साल में रेलवे के आधुनिकीकरण का दावा हवाई है। मोदी सरकार के इस बजट में आधुनिकीकरण के लिए कोई रोड मैप नहीं दिखा है। इस रेलवे बजट में एफडीआई व विदेशी पूंजी की घुसपैठ का रास्ता मोदी सरकार ने खोल दिया है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को इस बजट ने एक बार फिर से निराश किया है। मोदी का यह दावा कि चार धामों को हम रेल से जोड़ेंगे खोखला साबित हुआ हैं । उत्तराखण्ड में न तो किसी नई रेल और न ही रेलवे लाइन को बढ़़ाने की बात रेल बजट में नहीं की गयी है। लम्बे समय से टनकपुर-बागेश्वर, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग लाइन शुरू करने की बात की जा रही है। लेकिन इस संदर्भ में मोदी सरकार ने जिक्र तक नहीं किया है। इस तरह से यह बजट पूरी तरह से हवाई, खोखला और निराशाजनक है।