भाकपा (माले) उत्तराखण्ड राज्य कार्यालय का उद्घाटन

3उत्तराखण्ड में पार्टी के शुरूआती और पार्टी कामकाज क़े सबसे पुराने इलाके बिन्दुखत्ता (जिला-नैनीताल) में पार्टी ने उत्तराखण्ड में पहला कार्यालय निर्माण किया। इस पहले कार्यालय का उद्घाटन 5 अक्टूबर को पार्टी महासचिव कॉमरेड  दीपांकर भट्टाचार्य द्वारा किया गया। इस भवन का नाम उत्तराखण्ड में पार्टी के कामकाज को आगे बढ़ाने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिवंगत कॉमरेड   दीपक बोस के नाम पर रखा गया।

कार्यालय उद्घाटन के उपरांत आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कॉमरेड दीपंकर ने कहा कि ‘‘केन्द्र की मोदी सरकार की नीतियां तेजी से मुनाफा बटोरते बड़े कॉरपोरेट घरानों को और भी मुनाफा कमाने की खुली छूट और इसके लिये संसाधनों  की बेखौफ लूट का तोहफा देने की हैं। चार महीने के छोटे से समय में ही केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने पूंजीपतियों की पक्षधर नीतियों के पक्ष में तेवर दिखा दिये हैं। अमेरिका जाने से पहले मोदी सरकार ने पेटेंट कानून में तब्दीली कर दवाइयों के ऊपर अमेरिकी दवा कम्पनियों के वर्चस्व का रास्ता साफ कर दिया है। साफ है कि इससे जीवनरक्षक दवाइयों की कीमतें बेतहाशा बढ़ेगी  और आम जनता के लिये जनस्वास्थ्य अवधारणा पूरी तरह खंडित होगी।‘‘

उन्होंने कहा कि अच्छे दिनों की बात करके सत्ता में आये मोदी ने जनता को कड़वे घूँट  पीने पर मजबूर कर दिया है और अब पूरे देश में फासीवादी हमले तेज करके, ‘लव-जेहाद’ के नाम पर भारतीय गंगा-जमनी परम्परा को बाधित करके साम्प्रदायिक विभाजन की ओर धकेलना शुरू कर दिया है। लेकिन जनता ने  जल्द ही उन्हें उप – चुनावों में उन्हें धूल चटा दी। उन्होंने कहा कि, ‘‘इन्दिरा गांधी सरकार ने 1975 में आपातकाल लगाया था पर मोदी ने देश में अघोषित आपातकाल लगाकर आंदोलनों के लिये दमन का माहौल बना दिया है और राज्य को पुलिसिया राज में तब्दील कर दिया है।‘‘

‘माले‘ महासचिव ने कहा कि, ‘‘ पिछले साल उत्तराखण्ड और इस वर्ष कश्मीर में आयी आपदायें विनाशकारी नीतियों का नतीजा हैं। ये आपदायें दिखने में भले ही प्राकृतिक हों परंतु अपनी अंतर्वस्तु में ये जनविरोधी विकास का नतीजा हैं जिनसे सबक नहीं लिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि, “भाकपा (माले) का यह कार्यालय भूमि आंदोलन की उस जमीन पर बना है जिस भूमि आंदोलन से पार्टी बनी। आज भी पूरे देश में भूमि आंदोलन जारी है। इन भूमि आंदालनों के साथ एक नयी लड़ाई जुड़ गयी है। जिसमें किसानों की जमीन छीनने के खिलाफ लड़ते किसान है उन्हें उजाड़ा जा रहा है।  इस आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाना ‘माले‘ जैसी क्रांतिकारी कम्युनिस्ट पार्टी का काम है।‘‘

जनसभा की अध्यक्षता पार्टी की केन्द्रीय कमेटी के सदस्य राजा बहुगुणा, ने की। उनके अतिरिक्त  सभा को ‘माले‘ के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रथोली, वरिष्ठ नेता पुरूषोत्तम शर्मा, बहादुर सिंह जंगी, निशान सिंह, गिरिजा पाठक, के के बोरा आदि ने सम्बोधित किया।  जनसभा में प्रदेश भर से आये पार्टी साथी व काफी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे । संचालन जिला सचिव कैलाश पाण्डेय ने किया।

 –  ललित मटियाली
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