लालकुआं तहसील पर विशाल प्रदर्शन के साथ घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम

राज्य सरकार द्वारा बिन्दुखता को नगर पालिका बनाने व प्रशासक नियुक्त करने के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा ने कल 25 मार्च को लालकुआं तहसील पर विशाल प्रदर्शन के साथ ही घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम और अनिश्चित कालीन सामूहिक भूख हड़ताल की तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस आशय की जानकारी देते हुए किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए किसान महासभा की सभी ग्राम कमेटियां पूरे जोश के साथ प्रचार अभियान में जुटी हैं. पूरे क्षेत्र में सरकार के इस फैसले के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है और कल हजारों किसान सड़क पर उतर कर सरकार के इस जन विरोधी फैसले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे. किसान महासभा के सभी स्थानीय नेता गाँव-गाँव, घर-घर प्रचार कर रहे हैं. दो दिन से पूरे क्षेत्र में माइक प्रचार के माध्यम से भी जनता से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की जा रही है.

कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि सरकार का यह फैसला सीधे-सीधे बिन्दुखत्ता के किसानों की जमीनों को हड़पने की साजिश है. उन्होंने कहा कि बिन्दुखत्ता नगर पालिका के गठन की प्रक्रिया में राज्य सरकार द्वारा संविधान व कानूनों का खुला उलंघन किया गया है. जनता की आपत्तियों पर भी कोई सुनवाई किये बिना नगर पालिका की अधिसूचना जारी कर दी गई. राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत व स्थानीय विधायक व श्रम मंत्री हरीश दुर्गापाल ने बिन्दुखत्ता के किसानों के साथ धोखा किया है और भू-माफिया व चंद ठेकेदारों के हित में बिन्दुखत्ता को नगर पालिका बनाने का निर्णय लिया है, जिसे बिन्दुखत्ता के किसान किसी भी हालात में कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा के स्थानीय नेता जनता के आन्दोलन के दबाव में नगर पालिका का विरोध कर रहे हैं, पर इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने आज तक विधानसभा में कोई आवाज नहीं उठाई है. यही नहीं क्षेत्र के सांसद व भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी भी अब तक इस सवाल पर मौन साधे हैं. किसान नेता ने कहा कि जनता भाजपा के इस दोहरेपन से अच्छी तरह वाकिफ है.

कामरेड शर्मा ने कहा कि कल 25 मार्च को स्थानीय शहीद स्मारक पर सुबह 11 बजे से हजारों किसान एकत्रित होंगे और वहाँ से जुलूस की शक्ल में लालकुआं बाजार होते हुए तहसील मुख्यालय पर जायेंगे. जहाँ विरोध प्रदर्शन के बाद घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम शुरू होगा और सैकड़ों महिला पुरुष सामूहिक भूख हड़ताल शुरू कर देंगे. उन्होंने कहा कि अब यह लड़ाई आर-पार की लड़ाई में बदल गयी है और नगर पालिका का निर्णय वापस कराये बिना आन्दोलन कारी किसान तहसील प्रांगण नहीं छोड़ेंगे. कामरेड शर्मा ने बिन्दुखत्ता के किसानें से हजारों की संख्या में पहुँच कर इस आन्दोलन को सफल बनाने की अपील की है.

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