प्रिकॉल के सभी आठ साथियों को रिहा करो

प्रिकॉल के सभी आठ साथियों को रिहा करो ट्रेड युनियन बनाने के लिए 'दौहरे आजीवन कारावास' की सज़ा क्यों? संघर्षरत मजदूरों के साथ खड़े हों रौटी मांग रहे लोगों से किसको खतरा होता